मंगलवार, 30 जुलाई 2013

घर से निकलो मुस्कुराते हुए

-----------------रजत राजवंशी की रचना----------------
घर से निकलो मुस्कुराते हुए 
चेहरे पे हंसी हो, घर आते हुए 

जब भी आपको गुस्सा आये 
हर नन्हा बच्चा डर जाए 

गुस्सा करना ठीक नहीं 
सच है यह, कोई सीख नहीं 

गुस्से में आप लगते हैं बदसूरत 
मुस्कराइए तो लगेंगे खूबसूरत 
----------------------रजत राजवंशी------------------------------




योगेश मित्तल

Mobile-9899272303

Address
C/o RAJ MATCHING CENTRE
Shop No. 26, Pocket - F,  D.D.A. Market

G - 8 Area, Hari Nagar, New Delhi-110064

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें